Featured चौ0 सुघर सिंह इण्टर कॉलेज में हाउस कैप्टेन चुनने की प्रक्रिया सम्पन्न हुई | adminOctober 4, 2023066 views जसवंतनगर/इटावा। चौ0 सुघर सिंह इण्टर कॉलेज में हाउस कैप्टेन चुनने की प्रक्रिया सम्पन्न हुई और प्रत्येक हाउस को उनका एक एक कैप्टेन मिल गया। इस प्रक्रिया में लोकतांत्रिक विधि को अपनाते हुए बच्चों के बीच चुनाव कराकर सम्पन्न कराया गया है। इसमें बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और अच्छे नेतृत्वकर्ता की परख स्वयं करते हुए अपने लिए उचित कप्तान का चुनाव किया। इस जिम्मेदारी को देने का उद्देश्य बच्चों में नेतृत्व क्षमता का विकास करना रहा। इस प्रक्रिया में ब्लू हाउस से लवी तथा सुप्रशान्त, रेड हाउस से रौनक चौहान तथा आशू चौहान, ग्रीन हाउस से नीलम तथा अगम यादव, येलो हाउस से मोहिनी यादव तथा अनुज यादव हाउस कैप्टेन चुने गए। इसके उपरांत कॉलेज के प्रधानाचार्य विशुन दयाल प्रजापति ने सभी नवनिर्वाचित नेतृत्वकर्ताओ को उनके कर्तव्य, उद्देश्य और अनुशासन की शपथ दिलाते हुए वचन दिलवाया कि वो लगातार अपनी क्षमताओं को विकसित करते हुए अपने हाउस को निरंतर आगे रखने का प्रयास करते रहेंगे।इसके उपरांत सभी को बेच लगाकर और स्ट्रिप पहनाकर सम्मानित किया गया तथा मिठाई खिलाकर इन्हें आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया गया। इस मौके पर ग्रुप के प्रबंध निदेशक अनुज मोंटी यादव ने सभी कप्तानों को बधाई दी और सभी कप्तानों से बैठकर भविष्य के लिए चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के इस दौर में नेतृत्वक्षमता निश्चित रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह छात्र/ छात्राओं में नेतृत्वक्षमता का विकास होगा और वो अपने भविष्य के लिए अधिक धैर्यवान और क्षमतावान बनेंगे। जिम्मेदारियों का दबाब निश्चित रूप से व्यक्ति को होनहार बनाता है। छात्र/छात्राओं को अपने भविष्य का निर्धारण करने की क्षमता कॉलेज से ही सीखनी होती है। विद्यालय इसके लिए हमेशा प्रयास करता करेगा और हमेशा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने जीवन में जिम्मेदारी लेते हुए किसी न किसी क्षेत्र में एक नेतृत्वकर्ता जरूर बनता है चाहे वो परिवार हो, सामाजिक कार्य हो, या उसकी जॉब हो। यदि यह क्षमता और इसकी चुनौतियों को विद्यालय से ही सीखने को मिल जाए तो भविष्य में मिली प्रत्येक जिम्मेदारी को व्यक्ति अनुभव के साथ बखूबी निभाने को तैयार रहेगा और अपने साथ अपने से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का विकास कर सकेगा। लोकतांत्रिक विधि अपनाने का उद्देश्य था कि प्रत्येक बच्चा भविष्य में इसके माध्यम से इस देश के कर्णधार को चुनेगा इसलिए उनमें यह समझ होना आवश्यक है कि किस प्रकार का नेतृत्वकर्ता उनके और इस देश के भविष्य के लिए आवश्यक है।